क्या प्रकृति आत्माएं मौजूद हैं?

Do Nature Spirits Exist?

क्या प्रकृति आत्माएं मौजूद हैं?


Soul Pre-Existence

आत्मा पूर्व अस्तित्व



आज का हमारा जो विषय है इसका जवाब देना बहुत कठिन है मगर मैं आप सबको अपने तज़ुर्बों के आधार पर इसका जवाब देने की ज़रूर क़ोशिश करूँगा। दरअसल 'आत्मा' को शरीर में प्रवेश करते हुए और शरीर से बाहर निकलते हुए आज तक किसी ने नहीं देखा और ना ही ऐसे कहीं पुख़्ता प्रमाण मिले हैं जिस से ये साबित होता हो की 'आत्मा' नामक कोई चीज़ होती है। लेकिन दोस्तों आज विज्ञान इतना आगे बढ़ गया है कि आज उसने आत्माओं से सम्पर्क करने और उनकी मौजूदगी का एहसास करवाने वाले उपकरण ( यंत्र ) ढूंढ लिए हैं। आत्माओं से किसी यंत्र के माध्यम से सम्पर्क करना, उन्हें बुलाना, उनको पकड़ना और उनकी मौजूदगी का एहसास करवाना , इन सारी क्रियाओं को पारलौकिक विज्ञान या परा - विज्ञान कहा जाता है और जो इन कामों को करते हैं उनको परा-वैज्ञानिक-पैरानॉर्मल एक्सपर्ट  कहा जाता है। इस विज्ञान में ज़िंदा होते हुए कुछ उपकरणों की सहायता से मरे हुए लोगों से बात करने की क़ोशिश की जाती हैं और बहुत से पैरानॉर्मल एक्सपर्ट ऐसे हैं जिनको इन कामों में महारत हासिल है। ये एक बहुत ही ख़तरनाक़ काम है और इसी काम के चलते हमारे भारत के और विश्व में भी काफ़ी प्रसिद्द पैरानॉर्मल एक्सपर्ट गौरव तिवारी की मृत्यु हुई थी। उन्होंने बहुत से न्यूज़ चैनलों पर भूत - प्रेतों और आत्माओं से बात करके दिखाई थी और कुछ समय बाद उनकी एक रहस्य्मय तरीक़े मौत हो गई। उनकी लाश उनके घर के बाथरूम में पाई गई थी और आज तक उनकी मौत का कारण नहीं पता चला। दोस्तों आत्माओं से बात करना, उनको बुलाना और उनको पकड़ना, ये सब कोई खेल नहीं है। इसमें हमेशा जान जाने का ख़तरा और आपके घर वालों पर भी ख़तरा बना रहता है। जैसे इंसानों में अच्छे - बुरे इंसान होते हैं, उसी तरह इस संसार में अच्छी बुरी आत्माएं, जिन्न, परी, भूत - प्रेत, डाकिनी, चुड़ैल, डायन और यक्षिणी ये भूत - प्रेतों के कुछ प्रकार हैं। कुछ लोगों का आत्मविश्वास इतना दृढ़ और मजबूत होता है कि उनको आत्माएं या मुर्दा लोग दिखने लगते हैं जो उनसे कुछ कहना चाहते हैं और उनके ज़रिये मर कर भी अपने परिवार की सहायता करना चाहते हैं। कुछ आत्माओं की विश्वास प्रणाली Believing System इतना मजबूत होता है कि वो भावनाओं में फंसी रहती हैं और उन लोगों को भी वो अपने साथ अपनी दुनियां में ले जाना चाहती हैं जिनसे वो बहुत प्यार करती हैं।


Belief In The 

Power Of Spirits

आत्माओं की शक्ति में विश्वास

 

कुछ चीज़ों का वजूद होने के बावजूद भी हम उन्हें नहीं देख सकते जैसे कि हवा, हवा है, मगर हम उसे न तो छूह सकते हैं और ना ही देख सकते हैं। यहाँ तक कि विज्ञान के पास भी ऐसा कोई तरीका नहीं है जिससे हवा या आत्मा को देखा जा सके। मगर हवा हमें छूह सकती है। ठीक इसी प्रकार आत्मा का वजूद भी कुछ ऐसा ही है जिसे हम ना तो देख सकते हैं और ना ही छूह सकते हैं मगर आत्माएं अगर चाहें तो वो हमारे साथ बहुत कुछ कर सकती हैं। किसी आत्मा को किसी के शरीर में प्रवेश करवाना और किसी आत्मा को किसी के शरीर से बाहर निकालना ये एक तरह से अपनी मौत को ख़ुद बुलावा देने जैसा है। देखने को तो मौत को भी किसी ने नहीं देखा कि मौत देखने में कैसी है। लोग जिन घटनाओं और बिमारियों से मरते हैं उनको ही मौत की शक़ल दे देते हैं मगर ऐसा नहीं है मौत को किसी ने नहीं देखा पर इसका मतलब ये नहीं की मौत को देखने के लिए मरना ज़रूरी है। तो हम इसलिए कह सकते हैं कि आत्माओं को बे - शक़ देखा नहीं जा सकता मगर आत्माओं का वजूद होता हैं। ये आत्माओं की विश्वास प्रणाली Believing System पर भी निर्भर करता है कि वो किसको दिखाई देना चाहती हैं। आपने कभी ये देखा या सुना होगा कि कोई व्यक्ति अपने पास खड़े किसी व्यक्ति के साथ बात तो करता है मगर वहां असल में कोई नहीं होता, वो आत्माओं के ऊपर निर्भर है किसी को दिखाई देना या ना दिखाई देना।

 

Do Nature Spirits Exist?

क्या प्रकृति आत्माएं मौजूद हैं?

 

आपको आज की ये अद्भुत जानकारी कैसी लगी हमें ईमेल करके या फ़िर कमेंट करके ज़रूर बताएं और अगर आपके आसपास भी कोई नकरात्मक ऊर्जा है या कोई व्यक्ति ऐसा है जो किसी आत्मा, जिन्न, परी, डाकिनी या फ़िर घौला के बुरे प्रभाव में है तो आप हमें दी हुई ईमेल पर सम्पर्क करें। हम आपको ऐसी आत्माओं से बचने का तरीका फ़ोन करके ही बता देंगे, और अगर हमारा आना संभव हुआ तो हम आएंगे भी ज़रूर।

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क्या प्रकृति आत्माएं मौजूद हैं?

आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी कैसी लगी हमें आप ईमेल करके या सम्पर्क फ़ार्म के माद्यम से ज़रूर बताएं और अगर किसी व्यक्ति को कोई ऊपरी कसर या कोई भूत - बाधा है तो भी आप हमसे सम्पर्क करें हम आपकी समस्या का समाधान ज़रूर करेंगे। 


हमारा ईमेल पता: - jaduiqitaab@gmail.com

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