काले जादू से अद्वितीय सुरक्षा

Unique Protection

From Black Magic

काले जादू से

अद्वितीय सुरक्षा





काले जादू से सुरक्षा का

अचूक उपाए 


नमस्कार। सभी पाठको को मेरा सादर प्रणाम। उम्मीद है, मेरे प्रणाम कहने पर आपने उत्तर में प्रणाम नहीं बोला होगा। आज मैं आप सबको एक ऐसे शक्तिशाली उपाए के बारे में बताने जा रहा हूँ, जिसे आज तक किसी भी तांत्रिक ने नहीं बताया। काले जादू के भयंकर प्रभाव को रोकने के लिए, आपको ये उपाए बहुत मदद करेगा। दरअसल, चंद लोग अपना स्वार्थ सिद्ध करने के लिए काले जादू जैसी क्रियाओं का सहारा लेते हैं जिसमें मासूम जानें भी चली जाती हैं। आज आप सबको मैं आपके घर की, परिवार की एवं धन की सुरक्षा का एक अचूक उपाए बताऊंगा। तो आईये जानते हैं इस उपाए के बारे में।


Unique Protection

From Black Magic

काले जादू से

अद्वितीय सुरक्षा


परिवार के सभी सदस्यों की

सुरक्षा के लिए 


प्यारे पाठकों। मुझे अपने परिवार से बहुत प्यार है। ऐसे ही आपको भी अपने परिवार से प्यार होगा। काला जादू करने वाले लोग बहुत ही निर्दयी होते हैं, अथवा ऐसे लोग छोटे बच्चों को भी काले जादू के ज़रिये नुक़सान पहुँचाने की कोशिश करते हैं, क्योंकि वो आपको किसी भी तरह से तड़पता देखना चाहते हैं, चाहे फ़िर आप अपने किसी परिवार वाले की अचानक हुई मौत से तड़पें या फ़िर अपने बच्चों को बीमार देखकर। इस लिए परिवार की सुरक्षा बहुत ज़रूरी है। इसके लिए आपको अपने सारे परिवार के सदस्यों रोज़ाना 'श्री हनुमान चालीसा' पढ़ने के लिए कहना होगा, एवं जो छोटे बच्चे हैं, उनको रोज़ाना  'श्री हनुमान चालीसा' सुनने की हिदायत देनी होगी। इससे बुरी शक्तियां आपके परिवार वालों से दूर रहेंगी। दूसरा आपको घर में श्री नरसिंघ भगवान् की मूर्ती की स्थापना करनी होगी, एवं रोज़ाना देसी घी की जोत करते रहना होगा। असली रुद्राक्ष की एक माला हमेशा अपने घर के मंदिर में रखें। हर मंगलवार के दिन घर का मुखिया परिवार वालों की सुरक्षा की कामना करता हुआ व्रत रखे। जिस मंगलवार वाले दिन व्रत रखना हो, उस दिन एक लाल रंग का मौली का धागा प्रभु श्री हनुमान जी के चरणों में रख दें, और उनसे प्रार्थना करें 'हे प्रभु' "आपको प्रभु श्री राम जी के एवं माता सीता जी के चरणों की आन है, 'इस मौली में अपनी रक्षा शक्ति का प्रवेश कराएं एवं जो भी इस मौली को बांधे', "वो हमेशा बुरी शक्तियों के प्रभाव से सुरक्षित रहे"। इस प्रार्थना को आप  प्रभु श्री हनुमान जी के समक्ष कहें। 




व्रत रखने की विधि 


सुबह अमृत बेला में उठकर, सबसे पहले आप स्नान करें एवं साफ़ कपड़े पहन लें। इसके बाद आप प्रभु श्री हनुमान जी की प्रतिमा के आगे सीस निवाकर, 'श्री हनुमान चालीसा' का पाठ करें एवं धूप-अगरबत्ती  जलाएं। धूप-अगरबत्ती को सारे घर में लेकर जाएँ। इसके बाद आप कुछ फ़ल एवं मौली प्रभु श्री हनुमान जी के चरणों में रख दें। ध्यान रखें कि आपको उस दिन पूर्णतः ब्रह्मचर्य का पालन करना है। व्रत में आप सिर्फ़ फ़ल ही खा सकते हैं और वो भी सिर्फ़ प्रसाद खाने की इच्छा मन में रखकर। अग़र आप भूख़ को शांत करने के लिए इस व्रत में फ़ल खाएंगे, तो इस व्रत का लाभ आपको और आपके परिवार के सदस्यों को नहीं मिलेगा। पूरे दिन में आप एक बार दूध पी सकते हैं, लेकिन आपको पहले बनाये हुए दूध में से जितना दूध आप पीना चाहते हैं, उससे ज़्यादा दूध निकालकर 'बाबा बजरंगबली' जी को भोग लगाएं। उसके बाद आप दूध पी सकते हैं। शाम के वक़्त भी  'श्री हनुमान चालीसा' का पाठ करें एवं घर के सारे सदस्यों को भी करने को कहें।


व्रत को पूर्ण करने के लिए आपको अगले दिन, मतलब बुधवार को भी 'अमृत बेला' में ही उठना है एवं स्नान आदि से निवृत होकर,  'श्री हनुमान चालीसा' का पाठ करना है। 'बाबा बजरंगबली' जी से हाथ जोड़कर विनती करें एवं उन्हें व्रत स्वीकार करने की भी विनती करें। उसके बाद आप मौली धागा परिवार के सभी सदस्यों के हाथों में बाँध दें। विश्वास करें, जब तक ये मौली धागा आपके परिवार के सदस्यों की कलाई पर बंधा रहेगा, कोई भी बुरी शक्ति एवं काला जादू आपके परिवार के सदस्यों का अनिष्ट  नहीं कर सकेगा एवं सुख़-समृद्धि में भी वृद्धि होगी। 



1.कुछ ख़ास बातों का ध्यान रखें 

2.घर में मांस-मदिरा का सेवन ना करें। 

3.किसी भी जीव की हत्या ना करें। 

4.घर के मंदिर में हमेशा सफ़ाई रखें। 

5.घर में सुबह-शाम धूप एवं अगरबत्ती जलाएं। 

6.ग़लती से भी घर में काले वस्त्रों का प्रयोग ना करें, क्योंकि काले विस्तार सिर्फ़ तांत्रिक, काला जादू करने वाले ही पहनते हैं। काला रंग बुरी शक्तियों एवं नकरात्मक ऊर्जा का प्रतीक है। 

7.बच्चो का ख़ास ख़्याल रखें, क्योंकि बच्चे तो बच्चे ही हैं, क्या पता उनको कोई बेहला-फ़ुसलाकर मौली धागा उतारने के लिए कह दे। 

8.दक्षिण दिशा में अग़र कोई खिड़की है तो उसे तुरंत बंद कर दें, क्योंकि ये यमराज की दिशा है, इसका खुला होना अच्छा नहीं होता। 

9.घर के मुखिया को हमेशा धर्म का पालन करना चाहिए, क्योंकि अग़र घर का मुखिया कोई भी धर्म विरुद्ध कार्य करता है तो उसका फ़ल घर के अन्य सदस्यों को भी भोगना पड़ता है।


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